UP Weather: मॉनसून का समय आते ही जहाँ एक तरफ खेती-बाड़ी के लिए बारिश की आस जगती है, वहीं दूसरी ओर अत्यधिक वर्षा और वज्रपात से जुड़े खतरे भी सिर उठाने लगते हैं। इस वर्ष उत्तर प्रदेश में मॉनसून के दौरान अपेक्षित बारिश न होने से उमस और गर्मी से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। लोग बारिश की एक बूँद के लिए तरस गए हैं, और अभी भी गर्मी से कोई राहत नहीं मिल रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक उमस और गर्मी बरकरार रहने की सूचना दी है। हालांकि 20 जुलाई के बाद मॉनसून के टर्फ के खिसकने की उम्मीद है, जिससे बारिश की संभावना बढ़ सकती है। इस बीच, कहीं-कहीं छिटपुट बारिश की भी आशा की जा सकती है, जो गर्मी और उमस को कुछ कम कर सकती है।
ओलों का खतरा
वज्रपात को लेकर भी मौसम विभाग ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। अमौसी में स्थित आंचलिक मौसम विभाग के वैज्ञानिक, अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आज प्रदेश के तराई इलाकों में गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। इसलिए लोगों को बाहर निकलने से पहले सावधानी बरतने की जरूरत है।
बाढ़ की स्थिति और उसका असर
वहीं, उत्तर प्रदेश के 17 जिले बाढ़ की चपेट में हैं जिससे 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश न होने के कारण जहाँ एक तरफ नदियों का जलस्तर कम हुआ है वहीं दूसरी ओर पानी के कटान से बहुत सारे घर और फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।
उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है जिसका असर उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों पर भी पड़ सकता है। इससे फिर से बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है, जिससे नई मुश्किलें सामने आ सकती हैं।