कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने लिया बड़ा डिसीजन, रूट पर आने वाली दुकानों पर करना होगा ये काम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इस आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्गों पर स्थित सभी खाने-पीने की दुकानों पर दुकानदारों को अपना नाम और पहचान नेमप्लेट पर स्पष्ट रूप से दिखानी होगी। इस कदम का उद्देश्य कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखना है।

मायावती का आरोप

बहुजन समाज पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस नए निर्देश को सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाला बताया है। उनका कहना है कि यह आदेश चुनावी लाभ के लिए धर्म विशेष के लोगों का आर्थिक बहिष्कार करने की कोशिश है जो कि असंवैधानिक है। उन्होंने इस आदेश को वापस लेने की मांग की है।

केसी त्यागी की प्रतिक्रिया

जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी ने भी इस आदेश के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है। उनका कहना है कि यह आदेश सामाजिक तनाव का कारण बन सकता है और इसे तुरंत वापस लेना चाहिए। त्यागी ने यह भी बताया कि कांवड़ यात्रा सदियों से बिना किसी धार्मिक तनाव के आयोजित की जाती रही है, और ऐसे में यह आदेश अनुचित है।

कांवड़ यात्रा की महत्वता और सुरक्षा उपाय

कांवड़ यात्रा हिन्दू धर्म के अनुयायियों द्वारा सावन के महीने में की जाने वाली एक पवित्र यात्रा है। इस दौरान भक्त गंगाजल लेकर भगवान शिव के मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। यात्रा के दौरान भीड़भाड़ और सुरक्षा की चुनौतियाँ होती हैं, इसलिए सरकार ने विभिन्न यात्रा मार्गों पर विशेष सुरक्षा उपाय योजना बनाई है। इसमें डीजे की आवाज को सीमित करने, मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक, और यातायात प्रबंधन शामिल हैं।