रिटायरमेंट के बाद शुरू की इस फसल की खेती, आज कम रहा है लाखों रुपए महिना

रामजी दूबे जो कि दूरदर्शन में सीनियर इंजीनियर के पद से रिटायर हुए, ने अपने गांव लौटकर खेती की नई तकनीकों को अपनाया. उन्होंने ड्रैगन फ्रूट सहित विभिन्न फसलों की खेती शुरू की जिससे वह आज लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. रामजी दूबे की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है.

ड्रैगन फ्रूट की खेती

रामजी दूबे ने बताया कि वह पिछले छह साल से ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं और इस दौरान उन्होंने प्रति एकड़ प्रति वर्ष पांच से छह लाख रुपये का मुनाफा (Profitable Farming) कमाया है. उनकी इस उपलब्धि ने मिर्जापुर जिले में इस फसल को लोकप्रिय बना दिया है, जहां पहले इसकी खेती नहीं होती थी.

प्रति एकड़ उत्पादन और बाजार मांग

रामजी दूबे के अनुसार, प्रति एकड़ उनकी खेती से 50 से 60 कुंतल ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन होता है. इस फल की बाजार में बड़ी मांग है और इसे खेत से ही व्यापारी और ग्राहक खरीद लेते हैं. इसकी उच्च कीमत (High Market Value) और मांग ने इसे एक आकर्षक फसल बना दिया है.

ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट को स्वास्थ्य लाभकारी फलों में गिना जाता है. इसे सुपर फल के रूप में जाना जाता है जो डाइबिटीज, किडनी और अन्य बीमारियों के लिए लाभकारी है. इसकी खासियतों के कारण बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है.

जिला उद्यान अधिकारी की पहल

रामजी दूबे की खेती में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने विदेशों से ड्रैगन फ्रूट के पौधे मंगवाने में सहायता की और आज रामजी दूबे की खेती ने न केवल लोकल बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई है.