Free Ration: केंद्र सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को महत्वपूर्ण सहायता प्राप्त होती है. इस योजना का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र परिवार भूखा न रहे. साढ़े चार वर्ष की प्रतीक्षा के बाद जब सरकार ने इस योजना के तहत परिवारों को जोड़ने हेतु एक नया पोर्टल लॉन्च किया तो इससे बहुत उम्मीदें थी. हालांकि अचानक पोर्टल को बंद कर दिया गया जिससे बहुत से पात्र परिवार इससे जुड़ने से वंचित रह गए.
ई-मित्र संचालकों की बढ़ी परेशानी
जैसे ही खाद्य सुरक्षा योजना का पोर्टल खुला ई-मित्र केंद्रों पर पात्र परिवारों की भीड़ उमड़ पड़ी. केंद्र के संचालक सुरेश शर्मा ने बताया कि कई लोगों के आवेदन अधूरे रह गए क्योंकि सरकार ने पोर्टल को अचानक बंद कर दिया. इससे न केवल आवेदकों में निराशा बढ़ी, बल्कि संचालकों पर काम का बोझ भी बढ़ गया.
विवाहिताओं और बच्चों के लिए उम्मीद की किरण
खाद्य सुरक्षा योजना के तहत नव विवाहिताओं और बच्चों के नाम जोड़ने के लिए पोर्टल ने एक उम्मीद जगाई. कई विवाहित महिलाओं को लगा कि अब उनका नाम ससुराल में पति के राशन कार्ड (Ration Card Inclusion) में जुड़ जाएगा लेकिन पोर्टल बंद होने से उनकी यह उम्मीद टूट गई.
गंगापुर सिटी के परिवारों पर असर
गंगापुर सिटी में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत लगभग 1 लाख 33 हजार परिवार मुफ्त राशन मिल रहा हैं. इस योजना के तहत हर माह 5 किलो गेहूं (Monthly Wheat Distribution) मिलता है जिससे करीब 5 लाख 77 हजार लोगों को लाभ मिल रहा है. हालांकि पोर्टल बंद होने से कई नए आवेदकों का नाम जुड़ने से रह गया.
सरकारी निर्देशों की कमी
खाद्य सुरक्षा योजना के तहत नाम जोड़ने के लिए पोर्टल को गत माह खोला गया था लेकिन एक माह बाद ही इसे बंद कर दिया गया. इसके बंद होने के बाद सरकार की ओर से आगे के निर्देश (Future Instructions) नहीं मिले जिससे पात्र परिवारों में अनिश्चितता और भ्रम की स्थिति बनी हुई है.