भारतीय सेना की कैंटीन जिसे कैंटीन स्टोर्स डिपार्टमेंट के नाम से भी जाना जाता है देश के जवानों और उनके परिवारों को बहुत कम दामों में जरूरत का सामान मिलता है. यहां उपभोक्ता सामान जैसे कि ग्रोसरी आइटम्स, किचन एप्लायंसेज, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स और ऑटोमोबाइल उत्पादों को बाजार मूल्य से काफी कम कीमतों पर लिया जा सकता है.
जीएसटी में छूट
आर्मी कैंटीन में सामान सस्ता मिलने का प्रमुख कारण जीएसटी (GST) में छूट है. इस छूट की बदौलत जवान और उनके परिवार विभिन्न प्रकार के सामानों पर लगभग 50 प्रतिशत तक की बचत कर सकते हैं. यह छूट सीधे तौर पर उनकी वित्तीय सहायता करती है और उन्हें बड़ी आर्थिक राहत प्रदान करती है.
शराब की खरीदारी में सुविधाएं और नीतिगत बदलाव
आर्मी कैंटीन में शराब की खरीदारी की सुविधा भी है जिसमें हर अफसर के लिए निर्धारित कोटा होता है. पहले अफसर दो महीने की शराब एडवांस में खरीद सकते थे लेकिन हाल की कैंटीन पॉलिसी में बदलाव के बाद यह सुविधा बंद कर दी गई है. इस नीतिगत परिवर्तन से खरीदारी में बदलाव आया है और अब सेना के अधिकारी प्रति माह अधिकतम बीयर की 40 बोतलें खरीद सकते हैं.
रैंक के हिसाब से शराब खरीदने की सुविधा
सेना में विभिन्न रैंकों के अनुसार शराब खरीदने की सुविधा में भिन्नता होती है. हाई रैंक वाले अफसरों को अधिक मात्रा में शराब खरीदने की अनुमति होती है. यह व्यवस्था उनकी रैंक और सेवा के वर्षों के आधार पर निर्धारित की जाती है जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति का भी पता चलता है.