हम अक्सर देखते हैं कि छोटे बच्चे अपने आस-पास की चीज़ों को पहचानने का प्रयास करते हैं। तीन महीने की उम्र में बच्चे धीरे-धीरे चेहरों को पहचानना शुरू कर देते हैं और विभिन्न हावभाव पर प्रतिक्रियाएं देने लगते हैं। लेकिन क्या हो जब एक बच्चा इस उम्र में 50 से भी अधिक पशु-पक्षियों के नामों को पहचान ले? यह सुनने में जितना आश्चर्यजनक है, हाल ही में यह सच साबित हुआ है।
मायशा
हाल ही में, तीन महीने की मायशा ने अपनी इस अनोखी प्रतिभा के कारण सुर्खियों में जगह बनाई है। मायशा न केवल पशु-पक्षियों को पहचानती है बल्कि फलों और फूलों के नाम भी बता सकती है। इस बच्ची की आईक्यू स्तर को देखते हुए सभी हैरान हैं। ‘अमर उजाला’ की एक खबर के मुताबिक मायशा की मां सलोनी जैन से बातचीत में कई दिलचस्प तथ्य सामने आए।
मायशा का प्रारंभिक शिक्षण
मायशा की मां सलोनी का कहना है कि उन्होंने मायशा को जब डेढ़ महीने की उम्र से ही पशु-पक्षियों के चित्र दिखाना शुरू किया, तब से वह ध्यान से उन्हें देखती थी। इस गतिविधि को लगातार दोहराने के परिणामस्वरूप मायशा अब उन्हें आसानी से पहचानने लगी है। उनकी मां ने यह गतिविधि मनोरंजन के लिए शुरू की थी पर मायशा की रुचि देखकर इसे जारी रखा। अब वह मायशा को पीरियोडिक टेबल भी दिखा रही हैं।
आधुनिक तकनीक से दूरी
इस युग में जहाँ अधिकांश शिशु जन्म से ही मोबाइल और टीवी स्क्रीन्स के सामने बिताते हैं, मायशा की मां ने उसे इनसे दूर रखा है। मायशा का समय ज्यादातर फ्लैश कार्ड्स देखने और उन पर चित्रित पशु-पक्षियों और वनस्पतियों के नाम सीखने में बीतता है। सलोनी के अनुसार, वह मायशा के साथ इस तरह की गतिविधियाँ रोजाना दो बार, प्रत्येक सत्र में दस मिनट के लिए करती हैं।