बारिश के मौसम में अक्सर नमी का स्तर अधिक होता है जिससे वातावरण में ठंडक के साथ-साथ एक अजीब सी चिपचिपाहट महसूस होती है। ऐसे में एयर कंडीशनर का उपयोग न सिर्फ आरामदायक रहता है, बल्कि यह नमी को नियंत्रित कर अंदर की हवा को ताजगी भरा बनाता है। आदर्श रूप से, एसी का तापमान 24 डिग्री से 26 डिग्री के बीच रखना चाहिए।
इस तापमान सेटिंग पर एसी न सिर्फ अधिक कुशलता से काम करता है बल्कि यह ऊर्जा की खपत को भी कम करता है जिससे आपके बिजली के बिल पर भी बचत होती है।
फैन स्पीड का सही चयन
बारिश के मौसम में अक्सर लोग एसी के फैन की स्पीड को ज्यादा तेज कर देते हैं, लेकिन इससे बेहतर होगा कि फैन की स्पीड को मीडियम पर सेट किया जाए। मीडियम स्पीड पर फैन से हवा बराबरी से पूरे केबिन में फैलती है और यह ठंडक भी प्रदान करता है बिना ज्यादा ठंडा महसूस किए। इससे आपको ठंड लगने की संभावना भी कम होती है और आरामदायक वातावरण बना रहता है।
एसी वेंट्स की सही दिशा
एसी वेंट्स का सही इस्तेमाल भी बेहद जरूरी है। वेंट्स को हमेशा थोड़ा ऊपर की ओर और चेहरे से हटाकर रखें ताकि ठंडी हवा सीधे आपके चेहरे पर ना आए। इससे आपको सर्दी लगने का खतरा कम होता है और एसी की हवा समान रूप से पूरे केबिन में फैलती है, जिससे तबियत खराब होने की संभावना नहीं रहती।
री-सर्कुलेशन मोड का प्रयोग
बारिश के दौरान, री-सर्कुलेशन मोड का उपयोग करना चाहिए। इस मोड में, कार के अंदर की हवा को बार-बार ठंडा किया जाता है और बाहर की गर्म और नम हवा को अंदर आने से रोका जाता है। इससे अंदर की वातावरण अधिक आरामदायक और नियंत्रित रहता है।

कार के शीशे और एसी का रखरखाव
बारिश के मौसम में कार के शीशे थोड़े खुले रखने चाहिए ताकि कार के अंदर की अतिरिक्त नमी बाहर निकल सके। इससे शीशे पर धुंध जमने की समस्या भी नहीं होती है। इसके अलावा, बारिश और गर्मी के मौसम से पहले ही एसी का मेंटेनेंस करवा लेना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि एसी ठीक से काम कर रहा हो, ताकि जब आपको इसकी जरूरत हो, तो यह बिना किसी रुकावट के काम करे।